तिरंगे में पुते चेहरे दिखने लगे हैं
तिरंगे फिजा में लहरने लगे हैं
ये कुछ पल का नज़ारा है मानो न मानो
फिर तो बस शाम को बुहरने लगे हैं
करके सुबह सलाम,बस इतना सा करना
चूने की सड़कों पे संभल संभल के चलना
न आए पैरों तले, न बेकद्री से बिखरे
मेरा देश और ये झण्डा खूब खुशियों से निखरे
-यश-©
आप सभी को स्वतन्त्रता दिवस की हार्दिक शुभ कामनाएँ !
खुद को सावधान रखें...तिरंगे का मान रखें !