17 July 2022
सड़क
https://www.youtube.com/shorts/DcMDuQKsh2s
लगता है
सड़क
सड़क नहीं, नदी है!
जिस पर चलने वाले वाहन,
पानी का सैलाब हैं।
कहीं किसी किनारे खड़े
हम जैसे लोगों को भी
इन लहरों का हिस्सा बन कर
चाहे अनचाहे
मिल ही जाना होता है जीवन चक्र में;
हमेशा से हमेशा ही।
-यशवन्त माथुर©
14072022
09 July 2022
सोचता हूँ ......
https://youtu.be/Kk0b9E2VocE
सोचता हूँ
जीवन के हर सूक्ष्म
या सूक्ष्मतम पल पर
हमारे चेतन या अवचेतन में
पलने वाली
हर दुआ-बददुआ का
अंततः क्या होता होगा?
कुछ को तो हम
देख ही लेते हैं
प्रत्यक्ष
फलीभूत होते हुए
और कुछ की
युगों जैसी
प्रतीक्षा करते हुए
निकल पड़ते हैं
शून्य से शून्य की
अनंत यात्रा पर
सब कुछ छोड़ कर
सब कुछ भूल कर
सिर्फ
प्रारब्ध की
उस बड़ी सी
पोटली के साथ
जिसकी हर तह में
हिसाब होता है
दुआ और बददुआ के
हर छोटे-बड़े
व्यापार का।
-यशवन्त माथुर©
09072022
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