07 July 2015

क्योंकि हम इंसान हैं

न जाने क्यों
कभी कभी
हम एक अजीब सी
बेचैनी में जीते हैं
भारी
और उदास पलों में
कड़वे घूंट पीते हैं
फिर भी
चलते रहते हैं
अपनी राह
हर पुराने दौर को
भूल कर
क्योंकि
हम इंसान हैं।

~यशवन्त यश©

No comments:

Post a Comment