विजय
किसी लड़ाई में
ताकतवर की ही नहीं होती
विजय
किसी दंगल में
बलशाली की ही नहीं होती
विजय
बंदूकों -तलवारों
और तोपों से ही नहीं होती
विजय
स्वाभिमान-आत्मविश्वास
और मन की स्थिरता से होती है
विजय
दृढ़ निश्चय-संकल्प
और खुद की प्रतिष्ठा से होती है
विजय
खुद की आहुति
और सच्ची निष्ठा से होती है।
~यशवन्त यश©
किसी लड़ाई में
ताकतवर की ही नहीं होती
विजय
किसी दंगल में
बलशाली की ही नहीं होती
विजय
बंदूकों -तलवारों
और तोपों से ही नहीं होती
विजय
स्वाभिमान-आत्मविश्वास
और मन की स्थिरता से होती है
विजय
दृढ़ निश्चय-संकल्प
और खुद की प्रतिष्ठा से होती है
विजय
खुद की आहुति
और सच्ची निष्ठा से होती है।
~यशवन्त यश©
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