फलस्तीन के
दिवंगत नन्हे बच्चों!
मैंने देखी
तुम्हारे मां पिता की गोद में
तुम्हारी मृत देह
जो
या तो दफना दी गई होगी
या दफना दी जाएगी
कहीं किसी कब्र में
और उसके साथ ही
दफन हो जाएंगी
संवेदनहीन समाज की
सूखी आंखें।
प्यारे बच्चों!
मैं तुम्हारे लिए
कुछ कर नहीं सकता
(अफसोस)
लेकिन रो सकता हूं
कहीं किसी कोने में
तुम्हारी आत्माओं को
शांति मिलने तक...
कर सकता हूं दुआएं
कि अगले जन्म में
देवदूतों के रूप में
तुम सब
इस जमीं पर
फिर अवतरित हो।
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✓यशवन्त माथुर©
10 अक्तूबर 2023
आमीन
ReplyDeleteसुन्दर प्रस्तुति
ReplyDeleteफ़लस्तीन और इज़राइल दोनों के बच्चों के लिए, ईश्वर उनके बड़ों को सुबुद्धि दे!
ReplyDeleteदेवदूतों के रूप में
ReplyDeleteतुम सब
इस जमीं पर
फिर अवतरित हो।