08 February 2019

कुछ लोग -43

तलाश पाते हैं
सिर्फ कुछ ही लोग
मटमैली चादर के
किसी सिरे पर
कहीं खोई हुई
उम्मीद की
किसी धुंधली सी
रेखा को
लेकिन
अधिकतर
सिर्फ ढोते रहते हैं
उसी स्याहपन को
जो छितराया रहता है 
हर ओर
यहाँ-वहाँ
सिर्फ इसलिए
क्योंकि
नहीं जुटा पाते
हिम्मत
कुछ लोग
अपने सीमित दायरे से
बाहर निकल आने की।

-यश ©
08/02/2019

2 comments: