भ्रष्टाचारियों के मुंह पर तमाचा, जन लोकपाल बिल पास हुआ हमारा.
बजा दिया क्रांति बिगुल, दे दी अपनी आहुति अब देश और श्री अन्ना हजारे की जीत पर योगदान करें आज बगैर ध्रूमपान और शराब का सेवन करें ही हर घर में खुशियाँ मनाये, अपने-अपने घर में तेल,घी का दीपक जलाकर या एक मोमबती जलाकर जीत का जश्न मनाये. जो भी व्यक्ति समर्थ हो वो कम से कम 11 व्यक्तिओं को भोजन करवाएं या कुछ व्यक्ति एकत्रित होकर देश की जीत में योगदान करने के उद्देश्य से प्रसाद रूपी अन्न का वितरण करें.
महत्वपूर्ण सूचना:-अब भी समाजसेवी श्री अन्ना हजारे का समर्थन करने हेतु 022-61550789 पर स्वंय भी मिस्ड कॉल करें और अपने दोस्तों को भी करने के लिए कहे. पत्रकार-रमेश कुमार जैन उर्फ़ "सिरफिरा" सरफरोशी की तमन्ना अब हमारे दिल में है, देखना हैं ज़ोर कितना बाजू-ऐ-कातिल में है.
हा हा हा …………यही तो आज की शि्क्षा की देन है।
ReplyDeleteso sweet
ReplyDeleteक्या बात है....बहुत सुंदर !!
ReplyDeleteआधुनिक शिक्षा प्रणाली !!!!!
ReplyDeletehahahahahahahahahahahahahahaha
ReplyDeletebehcare aaj kal ke bahchce...........
greatttttttt........
ReplyDeleteनाइस पोस्ट।
ReplyDelete---------
प्रेम रस की तलाश में...।
….कौन ज्यादा खतरनाक है ?
bahut sunder...
ReplyDeletebadhiya joke !
ReplyDeletebahut badhiya....
ReplyDeleteअब बच्चा बोलना बाद मे सिखता स्कूल जाना पहले शुरू कर देता है
ReplyDeleteबहुत सुंदर
वाह..क्या खूब लिखा है आपने।
ReplyDeleteलाजवाब है.....
P G मेरा भी हो गया है यशवंत भैया ..... :))
ReplyDeleteha ha ha ha ha ha ................
ReplyDeleteभ्रष्टाचारियों के मुंह पर तमाचा, जन लोकपाल बिल पास हुआ हमारा.
ReplyDeleteबजा दिया क्रांति बिगुल, दे दी अपनी आहुति अब देश और श्री अन्ना हजारे की जीत पर योगदान करें आज बगैर ध्रूमपान और शराब का सेवन करें ही हर घर में खुशियाँ मनाये, अपने-अपने घर में तेल,घी का दीपक जलाकर या एक मोमबती जलाकर जीत का जश्न मनाये. जो भी व्यक्ति समर्थ हो वो कम से कम 11 व्यक्तिओं को भोजन करवाएं या कुछ व्यक्ति एकत्रित होकर देश की जीत में योगदान करने के उद्देश्य से प्रसाद रूपी अन्न का वितरण करें.
महत्वपूर्ण सूचना:-अब भी समाजसेवी श्री अन्ना हजारे का समर्थन करने हेतु 022-61550789 पर स्वंय भी मिस्ड कॉल करें और अपने दोस्तों को भी करने के लिए कहे. पत्रकार-रमेश कुमार जैन उर्फ़ "सिरफिरा" सरफरोशी की तमन्ना अब हमारे दिल में है, देखना हैं ज़ोर कितना बाजू-ऐ-कातिल में है.
बहुत खूब....
ReplyDeletebachcha dekh-dekh kar achcha seekh raha hai....
ReplyDeleteयशवंत भाई
ReplyDeleteहाऽऽ हाऽ…
बहुत ख़ूब !
मज़ा आ गया ………
बहुत खूब हैं आज के बच्चे...बहुत सुन्दर
ReplyDeleteदेखा आज के बच्चे के कित्ते समझदार होते हैं..अच्छी लगी यह पोस्ट.
ReplyDeleteआप सभी का बहुत बहुत धन्यवाद!
ReplyDeleteबहुत ही अच्छा लिखा है आपने....... यशवंत भाई
ReplyDeleteदुर्गाष्टमी और रामनवमी की हार्दिक शुभकामनाएं।
ReplyDeleteमाँ दुर्गा आपकी सभी मंगल कामनाएं पूर्ण करें