एक आम आदमी की नज़र से
मैं भी देखता हूँ
कुछ सपने
कभी हवाई ज़हाज़ में
उड़ने के
कभी 'शताब्दी' में चलने के
मगर मोह
नहीं छोड़ सकता
दो पहिये वाली
अपनी पुरानी
'हीरो जेट' का
'एटलस' का
क्योंकि हम
करते हैं बहुत प्यार
एक दूसरे से.
मैं भी देखता हूँ
कुछ सपने
कभी हवाई ज़हाज़ में
उड़ने के
कभी 'शताब्दी' में चलने के
मगर मोह
नहीं छोड़ सकता
दो पहिये वाली
अपनी पुरानी
'हीरो जेट' का
'एटलस' का
क्योंकि हम
करते हैं बहुत प्यार
एक दूसरे से.
मेल से प्राप्त संजय भास्कर जी की टिप्पणी -
ReplyDelete------------------------------
यशवंत भाई
नमस्कार
मैं आपके ब्लॉग पर टिपण्णी नहीं कर पा रहा हूँ आपका टिपण्णी बॉक्स ही नहीं खुल रहा है
इसलिए मेल द्वारा टिप्पणी भेज रहा हूँ!
...... बहुत ही शानदार लिखा है आपने
सपने कभी पूरे नहीं होते आज कि इस मेहेंगाई के दौर में हीरो जेट ही कामयाब है
यशवंत भाई
कैसे लिख जाते हो यार ऐसा सब..........
मेहनत करते रहने से सपने ज़रूर पूरे होते हैं ... अच्छी रचना !
ReplyDeleteमोह
ReplyDeleteनहीं छोड़ सकता
दो पहिये वाली
अपनी पुरानी
'हीरो जेट' का
'एटलस' का
क्योंकि हम
करते हैं बहुत प्यार
एक दूसरे से.
u made me nostaligic
thanks and regards
पुरानी वस्तुओं से मोह स्वाभाविक है..लेकिन सपने देखेंगे तभी तो उन्हें पाने की कोशिश करेंगे ...बहुत सुन्दर प्रस्तुति....
ReplyDeleteबहुत सुंदर भाव....
ReplyDeleteपुरानी चीज़ों से प्रेम बना ही रहता है.... सुंदर रचना
ReplyDeletevery nice portrayal of affection we have for the things/machines we use !!
ReplyDeleteबहुत सुन्दर ये मोह तो सभी को अपनी चीज़ों से होता है .आपने बहुत खूबसूरती से अभिव्यक्त किया है .
ReplyDeleteयथार्थपरक रचना.... हार्दिक बधाई।
ReplyDeleteवो मोह तो इन सपनों के पूरा हो जाने के बाद भी बना रहता है...
ReplyDeleteबढ़िया अभिव्यक्ति.
बहुत अच्छा लिखा .....पुरानी वस्तुओं से मोह होगा तभी नये का भी अनुरक्षण हो पायेगा ....शुभकामनायें !
ReplyDeleteसपने भावुक और प्यारे होते है !देखना कोई बुरी बात नहीं है !
ReplyDeleteनए की खोज और पुराने का सम्मान तब होगा जीवन आसान !
ReplyDeletea good definition of love...//
ReplyDeleteहीरो जेट और एटलस अधिक भरोसे मंद है...
ReplyDeleteनीरज
आप सभी का बहुत बहुत धन्यवाद!
ReplyDeleteअपनी पुरानी चीजें सच में बहुत प्यारी होती हैं ।
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