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04 June 2011

ये राहें

 (1)
अक्सर उन राहों पर
कांटे देखा करता हूँ
जिन पर कभी फूल
बिछा करते थे

(2)
ये राहें
कभी
मखमली घास से ढकी 
पगडंडी होती हैं
कभी 
उधड़ी हुई सी
और कभी
कोलतार की
परतों में
ढकी
ये राहें
जीवन देती हैं
हर रूप में

पर सोचता हूँ
इन राहों की किस्मत
कितनी
अजीब होती है
एक जगह
स्थिर रह कर
ये राहें
प्राणवायु देती हैं
जीवन को
चलने को
आगे बढ़ने को

ये राहें
मौन रह कर भी
बोलती रहती हैं
इनकी भाषा
हम समझ नहीं सकते.

28 comments:

  1. ये राहें
    मौन रह कर भी
    बोलती रहती हैं

    बिल्‍कुल सच कहा है ... ।

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  2. ये राहें
    मौन रह कर भी
    बोलती रहती हैं
    इनकी भाषा
    हम समझ नहीं सकते..... बहुत सुन्दर अभिव्यक्ति् सुन्दर भाव…..….धन्यवाद

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  3. मेरा एक प्रिय गाना है "एक रास्ता है जिंदगी" ... आपकी रचना पढते हुए उस गाने कि याद आ गयी ...

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  4. वाह आपने तो राहो को भी शब्द दे दिया।

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  5. वाह ... बहुत खूब ।

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  6. ये राहें
    मौन रह कर भी
    बोलती रहती हैं
    इनकी भाषा
    हम समझ नहीं सकते.

    सच है ये राहें हम से बहुत कुछ कहती हैं लेकिन हम इन्हें समझने की कोशिश नहीं करते..बहुत सुन्दर

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  7. राहे सिर्फ़ बुलाती है, कहती है, कि आओ बार-बार गुजरों यहां से हजारों बार,

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  8. अक्सर उन राहों पर
    कांटे देखा करता हूँ
    जिन पर कभी फूल
    बिछा करते थे
    बहुत सुन्दर अभिव्यक्ति.बधाई.

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  9. राहों पर फूल भी हैं काँटे भी, राहें बुलाती हैं और बोलती भी ! सुंदर रचना के लिये बधाई!

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  10. ये राहें
    मौन रह कर भी
    बोलती रहती हैं
    इनकी भाषा
    हम समझ नहीं सकते.... bahut sahi kaha

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  11. बहुत अच्छी लगी अभिव्यक्ति ....... शुभकामनायें !

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  12. ये राहें
    मौन रह कर भी
    बोलती रहती हैं

    बहुत सुन्दर

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  13. अति सुन्दर काव्य

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  14. ये राहें
    मौन रह कर भी
    बोलती रहती हैं

    वाह,बहुत सुन्दर
    विवेक जैन vivj2000.blogspot.com

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  15. बहुत खूब लिखा है आपने

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  16. गहन भावार्थ लिए अच्छी रचना।

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  17. ये राहें
    मौन रह कर भी
    बोलती रहती हैं
    इनकी भाषा
    हम समझ नहीं सकते

    प्रभावित करती बेहतरीन पंक्तियाँ ....

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  18. ये राहें
    मौन रह कर भी
    बोलती रहती हैं

    उम्दा/बेहतरीन .

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  19. awesome lines ..
    well crafted !!

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  20. अच्छी प्रस्तुति....

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  21. आप सभी का बहुत बहुत धन्यवाद!

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  22. ये राहें हम से बहुत कुछ कहती हैं ......बहुत सुन्दर

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  23. बहूत हि सुंदर ,
    प्रभावशाली अभिव्यक्ती...

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  24. ये राहें
    मौन रह कर भी
    बोलती रहती हैं
    इनकी भाषा
    हम समझ नहीं सकते.

    bahut sundar rachnaayen

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