अभी 2 दिन पहले सुषमा जी ने एक फोटो अपनी फेसबुक वॉल पर शेयर किया था जिसे देख कर मेरे मन मे उसी क्षण जो आया वह मैंने वहाँ कमेन्ट मे लिख दिया था। सुषमा जी की अनुमति से उनकी वॉल से उनको धन्यवाद सहित वह चित्र यहाँ प्रस्तुत है और साथ मे अपने पाठकों के लिए कमेन्ट मे लिखी वह पंक्तियाँ यहाँ भी प्रस्तुत कर रहा हूँ -
(आप सभी को मित्रता दिवस की शुभकामनाएँ!)
कहीं न कहीं सच मे ऐसा होता होगा,
हमकदम बन कर कोई साथ चलता होगा।
किसी के आंसुओं मे कोई दर्द अपना देख कर,
हाथ थाम यूं गले लगा लेता होगा।।
ये जिंदगी है समुंदर की लहरों जैसी,
कोई पत्थर भी राह बनाना सीख लेता होगा।
कहीं न कहीं सच मे ऐसा होता होगा,
कांटे बिछा कर ज़माना भी रो देता होगा।।
(आप सभी को मित्रता दिवस की शुभकामनाएँ!)
जितनी आत्मीयता तस्वीर में है, उतनी ही शब्दों में है ...
ReplyDeleteआपकी रचनात्मक ,खूबसूरत और भावमयी
ReplyDeleteप्रस्तुति आज के तेताला का आकर्षण बनी है
तेताला पर अपनी पोस्ट देखियेगा और अपने विचारों से
अवगत कराइयेगा ।
http://tetalaa.blogspot.com/
ये जिंदगी है समुंदर की लहरों जैसी,
ReplyDeleteकोई पत्थर भी राह बनाना सीख लेता होगा।
कहीं न कहीं सच मे ऐसा होता होगा,
कांटे बिछा कर ज़माना भी रो देता होगा।।
yashvant जी बहुत sunndar shabdon में आपने abhivyakt kiya है man की भावनाओं को,
एक बात aur आज आपके ब्लॉग पर टिपण्णी में mane-url मिला है इसलिए टिपण्णी कर प् रहे हैं .pichhli kai post aapki हमने padhi पर ham yahan apne विचार उनपर प्रस्तुत नहीं कर पाए इसके लिए hame बहुत खेद है आशा है कि आप hamare is kathan को anyatha नहीं lenge aur hame हमारी अनुपस्थिति के लिए क्षमा भी कर देंगे.
किसी के आंसुओं मे कोई दर्द अपना देख कर,
ReplyDeleteहाथ थाम यूं गले लगा लेता होगा।।
यशवंतजी बड़े अपनेपन से लिखी हैं ये पंक्तियाँ ... बहुत सुन्दरता है इन शब्दों में ... मित्रता दिवस की शुभकामनाएँ
आपको भी मित्रता दिवस की शुभकामनाये.
ReplyDeleteVibhor kar diya . mitrata kaayam rahe . shubhkamna
ReplyDeleteमित्रता दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं,आपकी कलम निरंतर सार्थक सृजन में लगी रहे .
ReplyDeleteएस .एन. शुक्ल
बहुत खूबसूरत पंक्तियाँ ..
ReplyDeleteमित्रता दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं,आपकी कलम निरंतर सार्थक सृजन में लगी रहे .
ReplyDeleteएस .एन. शुक्ल
अच्छी रचना है!
ReplyDelete--
मित्रता दिवस पर बहुत-बहुत शुभकामनाएँ!
बहुत सुन्दर रचना..मित्रता दिवस पर बहुत-बहुत शुभकामनाएँ!
ReplyDeleteचित्र को देख कर कविता लिखी हो या कविता को देख कर चित्र हो... दोनों ही एक दुसरे के पूरक है.... बहुत खुबसूरत लिखा है आपने....
ReplyDeleteबहुत बढ़िया यशवंत जी !
ReplyDeletehappy friendship day to u too :)
ReplyDeleteदोनो ही एक दूसरे की पूरक हो रही हैं ...... शुभकामनायें !
ReplyDeleteशानदार। साथ में चित्र भी खुबसुरत।
ReplyDeleteशब्द और चित्र दोनों मन में उतर गए.....
ReplyDeletebahut achchhi panktiyaan ! shubhkamnayen..
ReplyDeletebhaut acchi rachna aur chitr....
ReplyDeleteचित्र व पंक्तियाँ दोनों ही दिल को छू जाती हैं... आभार!
ReplyDeleteबहुत सुन्दर रचना
ReplyDeleteअत्यंत हृदयस्पर्शी...
ReplyDeleteबहुत ही सुन्दर भावमय करते शब्द ।
ReplyDeleteखूबसूरत पंक्तियाँ ..
ReplyDeleteफ्रेंडशिप डे ' की आपको ढेर सारी शुभकामनाएँ ..... |
मित्रता दिवस की हार्दिक शुभकामनाये .
ReplyDeleteयौमे-अहबाब पर ये सुन्दर प्रस्तुति कितना सुखद अहसास दे गई। वाह वाह!
ReplyDeleteआप सभी का बहुत बहुत धन्यवाद!
ReplyDeleteजितना खूबसूरत चित्र उतनी ही लाजवाब पंक्तियाँ ... मज़ा आ गया ... शब्द चित्र का ...
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