हर तरफ दिख रहा है जोश
बज रहे हैं ढ़ोल
हो रहा है शोर
उत्साह,जश्न
आज़ादी के त्योहार का
एक अलग समाँ
हर कहीं लहराते तिरंगे का
जन गण मन का
वन्दे मातरम का
गूंज रहा है गीत
निकल रहे हैं जुलूस
उत्साहित बच्चों के
नौजवानों के
मोहल्ले-मोहल्ले
की सड़कों से
निकल रहे हैं काफिले
'माननीयों' के
जो आज़ादी से
दे रहे हैं भाषण
नैतिकता के
मूल्यों के
जिनको रौंदते भी वही हैं
अपने पैरों से
आज़ादी से!
आज मैं भी
टहलुंगा शाम को कुछ देर
दिन के कोलाहल के बाद
शांत सड़कों पर
और देखुंगा
कोने कोने पर
सुबक रहे
कागज़ और प्लास्टिक के
तिरंगे को
जिसके आँसू
लगा रहे होंगे
एक प्रश्न चिह्न
आज़ादी पर
हर साल की तरह
हर बार की तरह
आज़ादी से!
आप सभी को स्वतन्त्रता दिवस की शुभकामनाएँ!तिरंगा हमारी पहचान है इसका सम्मान करें!
बज रहे हैं ढ़ोल
हो रहा है शोर
उत्साह,जश्न
आज़ादी के त्योहार का
एक अलग समाँ
हर कहीं लहराते तिरंगे का
जन गण मन का
वन्दे मातरम का
गूंज रहा है गीत
निकल रहे हैं जुलूस
उत्साहित बच्चों के
नौजवानों के
मोहल्ले-मोहल्ले
की सड़कों से
निकल रहे हैं काफिले
'माननीयों' के
जो आज़ादी से
दे रहे हैं भाषण
नैतिकता के
मूल्यों के
जिनको रौंदते भी वही हैं
अपने पैरों से
आज़ादी से!
आज मैं भी
टहलुंगा शाम को कुछ देर
दिन के कोलाहल के बाद
शांत सड़कों पर
और देखुंगा
कोने कोने पर
सुबक रहे
कागज़ और प्लास्टिक के
तिरंगे को
जिसके आँसू
लगा रहे होंगे
एक प्रश्न चिह्न
आज़ादी पर
हर साल की तरह
हर बार की तरह
आज़ादी से!
आप सभी को स्वतन्त्रता दिवस की शुभकामनाएँ!तिरंगा हमारी पहचान है इसका सम्मान करें!
सुंदर रचना ...सुंदर सन्देश.... शुभकामनायें
ReplyDeleteस्वतन्त्रता दिवस की शुभकामनाएँ!
ReplyDeleteसबसे प्यारा है हमारा तिरंगा.......स्वतंत्रता दिवस की शुभकामनायें ..जय हिंद
ReplyDeleteबहुत सुन्दर प्रस्तुति!
ReplyDeleteस्वतन्त्रता की 65वीं वर्षगाँठ पर बहुत-बहुत शुभकामनाएँ!
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सन्देश देती रचना... जय हिंद....
ReplyDeleteसुन्दर प्रस्तुति.
ReplyDeleteस्वतन्त्रता दिवस की शुभकामनाएँ.
सुंदर और सार्थक प्रस्तुति... स्वतंत्रता दिवस की हार्दिक शुभकामनायें...
ReplyDeleteसादर,
डोरोथी.
स्वतन्त्रता दिवस की शुभकामनाएँ!
ReplyDeleteउत्साह बढ़ाती हुई सुंदर रचना...
स्वतंत्रता दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं
ReplyDeleteस्वतंत्रता दिवस की शुभकानाएं
ReplyDeleteइस अनुपम रचना के लिए बधाई स्वीकारें
नीरज
जी हाँ तिरंगे का सम्मान हमेशा ही होना चाहिए . अनजाने में भी तिरंगे का अपमान नहीं होना चाहिए .
ReplyDeleteकागज़ और प्लास्टिक के
ReplyDeleteतिरंगे को
जिसके आँसू
लगा रहे होंगे
एक प्रश्न चिह्न
आज़ादी पर
हर साल की तरह
हर बार की तरह
आज़ादी से!
yahi to nahi hona chahiye ,jai hind bahut bahut badhai
स्वतंत्रता दिवस की शुभकानाएं !!!
ReplyDeleteसार्थक रचना!
khubsurati prstuti...
ReplyDeleteसुन्दर प्रस्तुति स्वतंत्रता दिवस के शुभावसर पर.आपको भी स्वतंत्रता दिवस की बहुत बहुत शुभकामनायें
ReplyDeleteवाह बहुत खूब ...सार्थक प्रस्तुती...
ReplyDeleteआस्था और विश्वास से ओतप्रोत सुन्दर संवेदनशील अभिव्यक्ति...
ReplyDeleteआस्था और विश्वास की जीती जागती तस्वीर.... बहुत सुन्दर प्रस्तुति.....!
ReplyDeleteस्वतन्त्रता की 65वीं वर्षगाँठ पर बहुत-बहुत शुभकामनाएँ!
वाह ...बहुत खूब कहा है आपने ।
ReplyDeleteBrilliantly said :)
ReplyDeleteand u have expressed a grave problem which is generally left out and never get the attention it deserves.
बहुत भाव भरी रचना, तिरंगे को जो भी आज के दिन हाथ में लेते हैं उनके दिल में उसके लिए प्यार तो होता ही है... हाँ अपमान नहीं होना चहिये.
ReplyDeleteबहुत सुन्दर रचना,बहुत ही उम्दा प्रस्तुती
ReplyDeleteस्वतंत्रता दिवस की बहुत शुभकामनायें.
बहुत सुन्दर प्रस्तुति!........ शुभकामनाएँ!!!
ReplyDeleteआपको शुभकामनायें !
ReplyDeleteआज मैं भी
ReplyDeleteटहलुंगा शाम को कुछ देर
दिन के कोलाहल के बाद
शांत सड़कों पर
और देखुंगा
कोने कोने पर
सुबक रहे
कागज़ और प्लास्टिक के
तिरंगे को
bahut pyari kavita likhee desh par
hardik badhai .
आप सभी का बहुत बहुत धन्यवाद।
ReplyDeleteकेवल आज़ादी दिवस मानाने से नहीं होगा ... आज़ादी का मतलब समझकर ... देश में व्याप्त भ्रष्टाचार के खिलाफ लढना होगा ...
ReplyDeleteबहुत सुन्दर रचना ...
हमारा तिरंगा हमेशा ऊँचा रहे .शुभकामनायें |
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