अभी 2 दिन पहले यशोदा दीदी ने फेसबुक पर एक स्टेटस दिया था। उसी स्टेटस से प्रेरित कुछ पंक्तियाँ-
न महलों मे रहता
न कारों मे चलता
न जहाजों मे उड़ कर
कहीं जाता हूँ मैं
न नेता न अभिनेता
न वादों से मुकरता
जो कहता
वो रोज़ निभाता हूँ मैं
अखबार मे रोज़ छपता
टूट टूट कर बिखरता
मुसीबतों मे जीने की
अजब कहानी हूँ मैं
जो गर्मी मे झुलसता
शीत मे ठिठुरता
रोज़ भूख से बिलखता
आम आदमी हूँ मैं
©यशवन्त माथुर©
न महलों मे रहता
न कारों मे चलता
न जहाजों मे उड़ कर
कहीं जाता हूँ मैं
न नेता न अभिनेता
न वादों से मुकरता
जो कहता
वो रोज़ निभाता हूँ मैं
अखबार मे रोज़ छपता
टूट टूट कर बिखरता
मुसीबतों मे जीने की
अजब कहानी हूँ मैं
जो गर्मी मे झुलसता
शीत मे ठिठुरता
रोज़ भूख से बिलखता
आम आदमी हूँ मैं
©यशवन्त माथुर©
न नेता न अभिनेता
ReplyDeleteन वादों से मुकरता
जो कहता
वो रोज़ निभाता हूँ मैं
मन मोहक सुंदर प्रस्तुति ,,,,,
MY RESENT POST,,,,,काव्यान्जलि ...: स्वागत गीत,,,,,
टूट कर बिखरना नहीं जुड़ना.... जुड़जुड़ कर आगे बढ़ना है....एक आम आदमी की यही पहचान है.......बहुत सुन्दर भाव..सस्नेह
ReplyDeleteजो गर्मी मे झुलसता
ReplyDeleteशीत मे ठिठुरता
रोज़ भूख से बिलखता
आम आदमी हूँ मैं
भावमय करते शब्द ... बेहतरीन अभिव्यक्ति ।
मुसीबतों मे जीने की
ReplyDeleteअजब कहानी हूँ मैं
gahan aur bahut sundar jazbaat ...
badi khoobsoorti se vyakt kiye ....!!
shubhkamnayen ...
रोज़ भूख से बिलखता
ReplyDeleteआम आदमी हूँ मैं ....
101 टका सही ....
bahut badhiya ... :)
ReplyDeleteसुन्दर भाई
ReplyDeleteसोच की एक बूंद और मिली
साधुवाद
जो गर्मी मे झुलसता
ReplyDeleteशीत मे ठिठुरता
रोज़ भूख से बिलखता
आम आदमी हूँ मैं.....bilkul sateek abhivaykti aam admi ki......
behtreen....
आम आदमी की मजबूती कों लिखा है यशवंत जी ... सच लिखा है ..
ReplyDeleteमहल मिलें......करों में घूमो...
ReplyDeleteमुसीबतों से दूर रहो...
ना टूटो ना बिखरो...
सर्दी में रहो गर्म,....
आम से खास बन जाओ.................
:-)
सस्नेह....
दीदी ! देश के हर आम आदमी को आपकी दुआ लगे !
Deleteआमीन !
सादर
क्या कहने....
ReplyDeleteबहुत ही मार्मिक रचना...उत्कृष्ट
☺☺☺
ReplyDeleteमार्मिक , कटु सत्य लिए पंक्तियाँ
ReplyDeleteआम आदमी का सत्य, भावपूर्ण रचना, बधाई.
ReplyDeleteजो कहता
ReplyDeleteवो रोज़ निभाता हूँ मैं
अखबार मे रोज़ छपता
दिन दुनी रात चौगुनी तरक्की करते रहिये .... !!
हर आम आदमी की यही कहानी है ....सुन्दर।
ReplyDeleteबेहतरीन प्रस्तुती ....
ReplyDeleteAam aadmi ka dard....