रोज़ तो आप मेरी रचनाएँ पढ़ते ही हैं लेकिन आज आप सभी के साथ कुछ अविश्वसनीय चित्र साझा कर रहा हूँ जो मुझे यशोदा दीदी ने मेल पर भेजे हैं । यह चित्र देखने मे किसी कैमरे से खींचे गये लगते हैं जबकि वास्तव मे इन्हें पेंसिल से बनाया गया है।
चित्रकार हैं -श्री पॉल कैडन ।
"Artist's drawings take between three and six weeks to create and sell for up to £5,000 each. These might look like photographs, but it's not all black and white when it comes to the work of this artist.
Despite looking like they have been captured on a camera, these are actually hand-drawn images created by hyper realist artist Paul Cadden. The 47-year-old, from Scotland , is able to recreate photos in amazing detail, often just using only a pencil.
From the wrinkles on a woman's face, a puff of smoke from a cigarette or dripping water - Cadden's drawings look unbelievably realistic."
साभार-http://mails.forwards4all.com
भाई....
ReplyDeleteशुभ संध्या
धन्यवाद भाई
सादर
sachmuch adbhut hain ye chitra . agar bataya n jaye to koi bhi yakin nahin karega ki ye hath se banaye gaye hai .
ReplyDeleteFantastic art...thanks for sharing..
ReplyDeleteLajwaab hai bhai :)
ReplyDeleteकमाल की कलाकारी है ... मान गए भाई !
ReplyDeleteइस पोस्ट के लिए आपका बहुत बहुत आभार - आपकी पोस्ट को शामिल किया गया है 'ब्लॉग बुलेटिन' पर - पधारें - और डालें एक नज़र - आज का दिन , 'बिस्मिल' और हम - ब्लॉग बुलेटिन
मानना मुश्किल है यशवंत..............
ReplyDeleteतुम्हारी पोस्ट न होती तो कटाई यकीन न करते के ये पेंसिल आर्ट है..........
बेहद खूबसूरत.
सस्नेह.
*कतई
ReplyDelete:-)
really very nice...
ReplyDeleteSIMPLY AMAZING !!!!!!!!!!!!!!!
ReplyDeleteलाजवाब कलाकारी है...
ReplyDeleteअद्दभुत
icredible !
ReplyDeleteincredible !!!!!!
ReplyDeleteक्या कहने
ReplyDeleteबहुत सुंदर
sach mein... awesome...
ReplyDeleteअद्वितीय - अद्धभुत - अतुलिनीय - उत्तम - बेमिसाल
ReplyDeleteअभी इससे ज्यादा याद नहीं आ रहा .... !!
Bahut hi sundar...
ReplyDeleteBahut hi sundar...
ReplyDeleteEk se badhkar ek...
ReplyDeleteबहुत सुंदर..बेमिसाल !
ReplyDeleteअद्भुत चित्र. अच्छे लगे.
ReplyDeleteवाह कमाल के चित्र लगाए हैं आपने अदबुद्ध मगर यदि मैं ईमानदारी से अपनी राय दूँ तो पहले तीसरे और चौथे चित्र के में मुझे ज़रा भी नहीं लग रहा है की यह चित्र हाथ से बनाए गए है :) बाक़ी के में थोड़ी शंका हुई...
ReplyDeleteलाजबाब
ReplyDeleteamazing art
ReplyDeleteलाजवाब प्रस्तुति ।
ReplyDeleteanokhe!
ReplyDelete