वक़्त!
एक ऐसी चिड़िया है
जिसे कोई शिकारी
कितने ही दाने डाल कर
फंसा नहीं सकता
अपने जाल में ।
पर ऊंची उड़ान भरती
तीखी चोंच वाली
यह चिड़िया
सुनाती हुई
कभी कौवे जैसे
कर्कश स्वर
और कभी
कोयल जैसे
सुरीले गीत गा कर
बांधे रखती है
हर शिकारी को
अपने मोह पाश में!
©यशवन्त माथुर©
एक ऐसी चिड़िया है
जिसे कोई शिकारी
कितने ही दाने डाल कर
फंसा नहीं सकता
अपने जाल में ।
पर ऊंची उड़ान भरती
तीखी चोंच वाली
यह चिड़िया
सुनाती हुई
कभी कौवे जैसे
कर्कश स्वर
और कभी
कोयल जैसे
सुरीले गीत गा कर
बांधे रखती है
हर शिकारी को
अपने मोह पाश में!
©यशवन्त माथुर©
शुभप्रभात :))
ReplyDeleteबांधे रखती है
हर शिकारी को
अपने मोह पाश में!
सच में ,
वक्त का हर शै गुलाम !!
शुभकामनायें !!
बहुत खूब...
ReplyDeleteजिंदगी
जैसे भागती ट्रेन
खुशी
जैसे बिजली के तार पर
क्षण भर के लिए दिख जाती
चिड़िया।
....
waah! sunder, bhaav pradhan rachna
ReplyDeleteshubhkamnayen
वक्त से कौन जीत सकता है..?
ReplyDeleteBahut Sunder....
ReplyDeleteवक्त के मायाजाल से कोई नहीं बच पाया है..
ReplyDeleteहर अच्छे -बुरे में वक्त में वक्त ने लोगो को फसाया है...
बेहतरीन रचना....