बहुत खूब.....
बहुत खूब ...
साची बात !
आपकी यह बेहतरीन रचना शनिवार 02/02/2013 को http://nayi-purani-halchal.blogspot.in पर लिंक की जाएगी. कृपया अवलोकन करे एवं आपके सुझावों को अंकित करें, लिंक में आपका स्वागत है . धन्यवाद!
बहुत बढ़िया....
शब्दों के आईने में जो दिखेगा वह शब्द शब्द ही तो होगा..निशब्द के आईने में ही देखना होगा..
उस बिखराव में भी एकाग्रता है ....
शब्दों के आईने में अक्स... क्या खूब बिम्ब हैं !
हे भगवान आप लोग क्या क्या लिख देते हो मेरे जैसे लोग तो समझते ही रह जाते हैं :)
gehri soch liye kshnika.shubhkamnayen
ऐसा ही होता है..सुन्दर क्षणिका:-)
बहुत खूब.....
ReplyDeleteबहुत खूब ...
ReplyDeleteसाची बात !
ReplyDeleteआपकी यह बेहतरीन रचना शनिवार 02/02/2013 को http://nayi-purani-halchal.blogspot.in पर लिंक की जाएगी. कृपया अवलोकन करे एवं आपके सुझावों को अंकित करें, लिंक में आपका स्वागत है . धन्यवाद!
ReplyDeleteबहुत बढ़िया....
ReplyDeleteशब्दों के आईने में जो दिखेगा वह शब्द शब्द ही तो होगा..निशब्द के आईने में ही देखना होगा..
ReplyDeleteउस बिखराव में भी एकाग्रता है ....
ReplyDeleteशब्दों के आईने में अक्स... क्या खूब बिम्ब हैं !
ReplyDeleteहे भगवान आप लोग क्या क्या लिख देते हो मेरे जैसे लोग तो समझते ही रह जाते हैं :)
ReplyDeleteबहुत खूब ...
ReplyDeletegehri soch liye kshnika.
ReplyDeleteshubhkamnayen
ऐसा ही होता है..
ReplyDeleteसुन्दर क्षणिका
:-)