कभी हँसाती है
कभी रुलाती है जिंदगी
बेवजह कुछ ख्वाब
सजाती है जिंदगी
तिल तिल कर जीने वालों को
एक नज़र दिल से तो देखो
फाँका मस्ती में
बेहयाई से मुस्कुराती है जिंदगी ।
©यशवन्त माथुर©
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बहुत सुन्दर ....
ReplyDeleteबहुत ही सुन्दर,आभार.इसी बात पर...
ReplyDeleteमेरी जिंदगी मेरे पास आ जबाब मांगती है,
गुजरे हुए पलों का वस हिसाब मांगती है.
हौसला और हिम्मत के लिये शुक्रिया जिंदगी !!
ReplyDeleteदी लड़ने के लिये जंग ....
दी ना होती परेशानी की ना होती तंग ....
जम गई होती काई और लग गई होती जंक ....
आपकी इस उत्कृष्ट प्रविष्टि की चर्चा कल मंगलवार26/2/13 को चर्चाकारा राजेश कुमारी द्वारा चर्चा मंच पर की जायेगी आपका हार्दिक स्वागत है
ReplyDeleteसूचना...
ReplyDeleteआप की ये बेहतरीन रचना शुकरवार यानी 01-03-2013 को http://www.nayi-purani-halchal.blogspot.com पर लिंक की जा रही है।
इस हलचल में आप का स्वागत है।
फाँका मस्ती में
ReplyDeleteबेहयाई से मुस्कुराती है जिंदगी ।
सच कहा ...
ReplyDeleteबहुत गजब बहुत अच्छी रचना
आज की मेरी नई रचना
ये कैसी मोहब्बत है
खुशबू
बेवजह कुछ ख्वाब
ReplyDeleteसजाती है जिंदगी !!!!
nice one
ReplyDeleteshubhkamnayen