बीते दिन की
बीत चुकी
यादों की
तस्वीर को
साथ लिए
फिर आयी
एक नयी सुबह
हवा में
हल्की ठंडक
और ताजगी के साथ
उम्मीद भरी
सूरज की
किरणों से
मन की
कुछ
कहते हुए...
हो जाता है शुरू
इस सुबह का
इंतज़ार
हर दिन के
ढलने के साथ
हर रात के
गहराने के साथ
मिटने लगते हैं
हताशा
निराशा के
बोझिल पल
आस लिए
साथ लिए
एक रोशन
सुनहरी किरण
लो
फिर आयी
एक नयी सुबह।
~यशवन्त यश©
owo02122014
बीत चुकी
यादों की
तस्वीर को
साथ लिए
फिर आयी
एक नयी सुबह
हवा में
हल्की ठंडक
और ताजगी के साथ
उम्मीद भरी
सूरज की
किरणों से
मन की
कुछ
कहते हुए...
हो जाता है शुरू
इस सुबह का
इंतज़ार
हर दिन के
ढलने के साथ
हर रात के
गहराने के साथ
मिटने लगते हैं
हताशा
निराशा के
बोझिल पल
आस लिए
साथ लिए
एक रोशन
सुनहरी किरण
लो
फिर आयी
एक नयी सुबह।
~यशवन्त यश©
owo02122014
रौशनी की ये किरण जो पैगाम लाती है उसको पकड़ना जरूरी है ...
ReplyDeleteअच्छे शब्द ..