लखनऊ। कानपुर रोड बन्थरा स्थित MGIMT और शेखर ग्रुप ऑफ कॉलेजेस के संयुक्त तत्वावधान में चार दिवसीय वार्षिकोत्सव एवं 17 वां स्थापना दिवस समारोह ‘ऊर्जा’ एवं ‘आरोहण’ के बैनर तले सफलतापूर्वक मनाया गया। इस आयोजन में संस्थान के बी टेक, पॉलिटेक्निक, बी एड, फार्मेसी एवं पैरामेडिकल के छात्र-छात्राओं ने पूरे उत्साह के साथ खेल गतिविधियों एवं सांस्कृतिक कार्यक्रमों में शिरकत की।
समारोह के आज अंतिम दिन (3 नवंबर को) मुख्य अतिथि के रूप में प्रदेश के अतिरिक्त मुख्य सचिव (चिकित्सा स्वास्थ्य, परिवार कल्याण एवं चिकित्सा शिक्षा) श्री अमित कुमार घोष ने उपस्थित छात्र-छत्राओं एवं गणमान्य जनों को संबोधित करते हुए कहा कि पूरे प्रदेश ही नहीं बल्कि देश और दुनिया को बेहतरीन तकनीकी विशेषज्ञों, शिक्षकों, फर्मासिस्ट और पैरामेडिकल कर्मियों की आवश्यकता है। यही एक ऐसा क्षेत्र है जहां योग्य अभ्यर्थियों के लिए सुनिश्चित रोजगार की अपार संभावनाएं हैं। ऐसी स्थिति में अपने गुणी गुरुजनों के कुशल मार्गदर्शन में संस्थान के छात्र-छात्राएं गागर में सागर की तरह देश और समाज की सेवा में अपना अमूल्य योगदान दे सकते हैं।
विशिष्ट अतिथि आयकर आयुक्त भारत सरकार श्री रजत कुमार ने मुख्य अतिथि की बात को आगे बढ़ाते हुए कहा कि प्लेसमेंट के क्षेत्र में एम जी इंस्टीट्यूट का रिकॉर्ड सर्वोत्कृष्ट रहा है जिसका एक मात्र कारण संस्थान के बेहतरीन शिक्षकों का समर्थन एवं कुशल मार्गदर्शन ही है। कुशल एवं योग्य शिक्षक सुनार की तरह होते हैं जो छात्र-छात्राओं की मेधा को तराशकर उन्हें देश और समाज मे अपने कार्यों से चमकने योग्य बनाते हैं।
अपने सम्बोधन में संस्थान के अधिशासी निदेशक श्री निहित कुमार शेखर ने ए.आई. और तकनीकी के प्रयोग पर जोर देते हुए कहा कि नई तकनीक का अनुसरण हमारे विकास की संभावनाओं को बहुत बढ़ा सकता है। हमे अपनी परंपरा के साथ ही तकनीकी नवप्रवर्तनों से खुद को समृद्ध एवं जागरूक रखने का प्रयास करते रहना चाहिए।
इस अवसर पर संस्थान के निदेशक प्रो. (डॉ.) जे पी श्रीवास्तव ने कहा कि एम जी इंस्टीट्यूट एवं शेखर ग्रुप ऑफ कॉलेजेस अपने सभी छात्र-छात्राओं के सर्वांगीण विकास के लिए सदैव प्रयासरत है। उन्होंने कहा कि जिस उत्साह के साथ छात्र-छत्राओं ने सांस्कृतिक कार्यक्रमों एवं खेलकूद मे प्रतिभाग किया वैसा ही उत्साह उनकी शैक्षिक गतिविधियों में भी सदैव बना रहना चाहिए जो कि उनके बेहतर परीक्षा परिणाम हेतु लाभकारी होगा।
संस्थान के चेयरमैन पूर्व प्रशासनिक अधिकारी श्री सी एल शेखर ने सभी आमंत्रित अतिथियों का धन्यवाद ज्ञापित करते हुए अपने सम्बोधन में कहा कि17 वें स्थापना दिवस के पड़ाव तक पहुचना कोई आसान काम नहीं था। बल्कि यहाँ तक पहुचने के लिए संस्थान प्रबंधन, शिक्षकों व कर्मचारियों के अथक परिश्रम और समर्पण का भी योगदान रहा है। हम सभी को अपने निजी जीवन में कुछ न कुछ पढ़ने की आदत बनानी चाहिए। अकादमिक पढ़ाई खत्म होने के बाद भी स्वाध्याय का नियमित क्रम हम सभी को देश-काल-परिस्थिति के अनुसार न केवल मनोबल प्रदान करता है बल्कि जीवन की कठिनाइयों से उबरने का संबल भी देता है।
कार्यक्रम के अंत में मेधावी छात्र-छत्राओं का सम्मान करते हुए डीन स्टूडेंट्स वैलफ़ेयर श्री विवेक कुशवाहा, डीन एकेडमिक्स डॉ कुंदन कुमार, प्रधानाचार्य बी.एड डॉ. अंजली पुरवार, प्रधानाचार्य पॉलिटेक्निक श्री सौरभ गुप्ता, प्रधानाचार्य फार्मेसी डॉ अंकित शुक्ल ने सभी के उज्वल भविष्य की कामना की।
कार्यक्रम को सफल बनाने में प्रमुख रूप से श्रीमती पारुल बाजपेयी, डॉ अकरम अंसारी, शशांक देव निगम, सुश्री पूजा सिंह, श्रीमती नेहा सिंह, विमलेश मिश्र, सच्चिदानंद, सुश्री प्रिया तिवारी, प्रवीण वर्मा, संतोष चौधरी, श्रीमती अनुराधा यादव, सुश्री नरगिस, भरत उपाध्याय, अभिषेक मौर्य, अमन यादव, श्रीमती कल्पना श्रीवास्तव, सिद्धार्थ श्रीवास्तव, श्रीमती नीतू यादव,अजय प्रताप सिंह, आशुतोष सिंह, यदुवेन्द्र मौर्य आदि का सराहनीय योगदान रहा।