प्रतिलिप्याधिकार/सर्वाधिकार सुरक्षित ©

इस ब्लॉग पर प्रकाशित अभिव्यक्ति (संदर्भित-संकलित गीत /चित्र /आलेख अथवा निबंध को छोड़ कर) पूर्णत: मौलिक एवं सर्वाधिकार सुरक्षित है।
यदि कहीं प्रकाशित करना चाहें तो yashwant009@gmail.com द्वारा पूर्वानुमति/सहमति अवश्य प्राप्त कर लें।

30 June 2022

बरसात

(सुनने के लिए कृपया पधारें: https://youtu.be/p9QVmeMM4ek)

बरसात!
अब नहीं रही 
पहले जैसी 
बचपन जैसी 
अल्हड़- 
बेबाक- 
खुशगवार  
देहरी पर 
जिसका 
पहला कदम पड़ते ही 
तन के साथ 
मन भी झूम उठता था 
बादलों की गरज 
और रिमझिम के साथ 
कहा और लिखा जाने वाला 
एक-एक शब्द 
नई परवाज़ के साथ 
रचा करता था 
इतिहास के 
नए पन्ने। 

बरसात!
अब नहीं लाती  
खुशियां 
लाती है तो सिर्फ 
गंदी-बदबूदार नफरत 
जिसे बहने का रास्ता 
अगर मिल जाता 
तो मंजिल तक 
जाने वाला रास्ता 
नहीं होता 
ऊबड़-खाबड़ 
और गड्ढे दार। 


-यशवन्त माथुर©
+Get Now!