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07 December 2011

परिवर्तन हो कर रहेगा

 17 मार्च 2011 को लिखी गयी यह पंक्तियाँ ड्राफ्ट की कैद से आज़ाद हो कर अब आपके सामने हैं-

वो कहते हैं
भूल जाओ जन को
क्या होगा
उनकी
आवाज़ बन कर
तुम जिन को
सुनाना चाहते हो
और जिन की
कहना चाहते हो
वो नहीं सुन रहे
तुम्हारी
उलटे हंस रहे हैं
तुम्हारे
बड़बोलेपन पर
तुम्हारी सोच पर
शायद एक
नवीन सोच!
माना  कि
सार्थक है
माना  कि
परिवर्तन हो सकता है
किन्तु कैसे ?

मैं कहता हूँ
परिवर्तन हो सकता है
हो कर रहेगा
यदि
मैं चाहूँ तो
यदि
तुम चाहो तो
यदि
हम चाहें तो
कोई माने
न माने
तुम मानो
न मानो
अगर यह
बड़बोलापन है
तो मैं बोलूँगा
बोलता रहूँगा
कोई एक तो होगा
इस भीड़ में
मुझ को सुनने वाला
समझने वाला
मेरी राहों पर
मेरे साथ चलने वाला
एक एक करके
बन जाएगा रेला
देर से ही सही
मेरी बात पहुंचेगी
सबके कानों तक
और तब
तुम भी आओगे
मेरा हाथ थामने
सहगामी  बनने
स्वीकारोगे 
परिवर्तन को
जो हो चुकेगा
तब तक.

30 comments:

  1. बहुत सुंदर .... सकारात्मक भाव लिए रचना

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  2. वाह ...बहुत बढि़या।

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  3. बिल्कुल, परिवर्तन होकर रहेगा
    मगर सबको चाहना होगा।
    अच्छी रचना

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  4. ऐसा ही होता है चलना पहले अकेले ही पडता है जब सफ़लता कदम चूमती है तो सब साथ आ जाते हैं…………सुन्दर ख्यालो को शब्द दिये हैं।

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  5. परिवर्तन तो हर पल होता है .. सकारत्मक सोच लिए अच्छी रचना

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  6. ड्राफ्ट की कैद से आजाद कविता वाकई आजादी का हक रखती है... आशाओं के दीप जलाती परिवर्तनों की हवा उड़ाती इस सुंदर रचना के लिये बधाई!

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  7. आप जैसे युवाओं में ऐसी जोशीली सोच एक रोशन भविष्य की झिलमिलाहट है !

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  8. ये भी परिवर्तन ही है ड्राफ्ट की कैद से कविता को आजाद करना
    बहुत ही सुन्दर प्रस्तुति......यशवंत भाई

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  9. यशवंत जी,..
    कारवां बन जायेगा,आप चलते चले बस जाइये
    मंजिल मिलेगी इक दिन जरूर आप बढते जाइये,..
    सकारात्मक सोच की बहुत अच्छी रचना..बधाई
    मेरे नए पोस्ट में आपका इंतजार है,.....

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  10. बस चाहने की देर है... एक होने की ज़रूरत है

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  11. sahi hai bahut hee accha aur saarthak likha hai aapne :-)parivatn hee prakrti ka niyam hai ...

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  12. बिल्कुल, परिवर्तन होकर रहेगा
    पहल तो करनी ही होगी...सुन्दर भाव

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  13. परिवर्तन ही जीवन का रहस्य है.. सकारत्मक सोच लिए अच्छी रचना

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  14. कोई एक तो होगा
    इस भीड़ में
    मुझ को सुनने वाला
    समझने वाला
    मेरी राहों पर
    मेरे साथ चलने वाला
    एक एक करके
    बन जाएगा रेला
    देर से ही सही
    मेरी बात पहुंचेगी
    सबके कानों तक.....

    बिल्कुल, परिवर्तन होकर रहेगा....!!

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  15. parivartan to prakriti naiyam hai ye to hona hi hai...
    bahut accha sandesh deti rachana...

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  16. आपकी किसी नयी -पुरानी पोस्ट की हल चल आज 08 -12 - 2011 को यहाँ भी है

    ...नयी पुरानी हलचल में आज... अजब पागल सी लडकी है .

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  17. परिवर्तन की प्रक्रिया से ऐसे ही गुज़रना होगा. बहुत खूब.

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  18. अच्छी सकारात्मक प्रस्तुति है.
    संगीता जी की हलचल का नायाब रतन.
    सुन्दर प्रस्तुति के लिए आभार.

    कई दफा आपके ब्लॉग पर आ चुका हूँ.
    मेरे ब्लॉग पर आपके दर्शनों की अपेक्षा है .

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  19. बहुत सकारात्मक भाव ........ शुभकामनाएं !

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  20. बहुत खूब.......शानदार पोस्ट........

    मैं अकेला ही चला था कू-ए-मंजिल
    लोग आते गए कारवां बनता गया

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  21. बहुत बढिया
    शब्दों मे बड़ी ताकत होती है ....सार्थक सोच आभार

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  22. परिवर्तन का फल भोगने वाले बहुत होते हैं। पर असली मज़ा तो परिवर्तन का हिस्सा बनने में है।

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  23. सच में सोच लेने की देर है.....सशक्त और प्रभावशाली रचना.....

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  24. समय निश्चित है हर चीज़ के प्राकट्य का... आज ही लिखा होगा इस कविता का प्रकाश में आना... और शायद पूर्वनिश्चित होगा आज यहाँ तक मेरा पहुंचना! सुन्दर अभिव्यक्ति!

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  25. परिवर्तन हर दौर में होता है .......पर उसे अपनाना उतना ही मुश्किल होता हैं

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  26. आशावादी सोच के साथ बहुत ही बेहतरीन कविता ! आज के युवा ऐसी ही सकारात्मक सोच के साथ आगे बढ़ेंगे तो निश्चित ही परिवर्तन आएगा और बहुत कुछ संवर जायेगा !

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  27. very inspiring n optimistic approach
    loved the flow n mood in those lines

    Awesome read as ever !!

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  28. parivartan awashyambhavi hai... parivartan ke saath khud bhi parivartantit ho jayein to sab asan ho jayega varna aap peechae reh jaogae or zamana agae badh jayega..
    fursat ke kuch pal mere blog ke saath bhi bitaiye...achha lagega..

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  29. आप सभी का बहुत बहुत धन्यवाद!

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