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23 May 2011

एक नया दौर

एक नया दौर
शुरू होगा
आज से

कोई
सीना ताने
छूएगा
नए आसमां को
कोई
आ गिरेगा ज़मीं पर
और कोई
त्रिशंकु बना
ताकेगा
कभी ऊपर
कभी नीचे

एक नया दौर
शुरू होगा
आज से

आत्ममंथन का
नयी अपेक्षाओं का
नए लक्ष्यों का
नयी सोच का

होगा सब कुछ नया
उनके लिए
जिन्होंने
छू लिया आसमान
और जो
ज़मीन पर
अब भी हैं खड़े

एक नया दौर
शुरू होगा
आज से

परिणाम आ चुका है;
परिणाम आने  वाला है

कुछ राहत पा गये
और कुछ की
धडकनें
होती जा रही हैं तेज
सब की
बस एक सोच
क्या हमने किया था 
और  क्या हम को
मिलने वाला है

आज  से
एक नया दौर
शुरू होने वाला है

16 comments:

  1. वाह्….………।बहुत सुन्दर अन्दाज़ ………नया दौर तो आ कर रहेगा।

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  2. जिंदगी का हर पड़ाव शायद एक नए सफर की शुरुआत होती है ... सुन्दर कविता !

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  3. बहुत सुंदर संदेश ! आशा का दामन कभी नहीं छोड़ना है...

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  4. बहुत अच्छी कविता है ।

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  5. सुंदर संदेश .....नया दौर तो आ कर रहेगा।

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  6. बहुत सुन्दर अन्दाज़

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  7. बात को अर्थपूर्ण अंदाज़ में उठाया बधाई

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  8. naya dour, a very lovely msg in simple words.
    nice post

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  9. परिस्थितियों का सटीक आकलन करती सार्थक कविता...

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  10. आत्ममंथन का
    नयी अपेक्षाओं का
    नए लक्ष्यों का
    नयी सोच का
    नया दौर बहुत कुछ नया साथ लाता है..... सुंदर रचना

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  11. बस एक सोच
    क्या हमने किया था
    और क्या हम को
    मिलने वाला है

    आज से
    एक नया दौर
    शुरू होने वाला है


    सटीक बात...सुंदर विचार। गहन चिन्तन के लिए बधाई।

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  12. such me kuch aisa haal hota hai.. is daur me.. dhadkne tej hai result aa rahe hai ya aane vale hai.. sab intjar kar rahe hai...

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  13. आप सभी का बहुत बहुत धन्यवाद!

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