प्रतिलिप्याधिकार/सर्वाधिकार सुरक्षित ©

इस ब्लॉग पर प्रकाशित अभिव्यक्ति (संदर्भित-संकलित गीत /चित्र /आलेख अथवा निबंध को छोड़ कर) पूर्णत: मौलिक एवं सर्वाधिकार सुरक्षित है।
यदि कहीं प्रकाशित करना चाहें तो yashwant009@gmail.com द्वारा पूर्वानुमति/सहमति अवश्य प्राप्त कर लें।

28 March 2021

तो कितना अच्छा हो

सामाजिक दूरी की 
मान्यता वाले 
इस कल्पनातीत दौर में 
चुटकी भर रंगों की 
औपचारिकता के साथ 
बुरा मानने को मिल चुकी 
वैधानिकता के साथ 
बस तमन्ना इतनी है 
कि सड़कों के किनारे 
और झुग्गियों में रहने वाले 
गर रख सकें जीवंत 
शहरी रईसों द्वारा 
इतिहास बना दी गई 
फागुन की 'असभ्यता' को 
तो कितना अच्छा हो।  

तो कितना अच्छा हो 
कि आखिर कहीं तो 
हम साक्षात हो सकें 
अपने बीत चुके वर्तमान से 
जिसने कैद कर रखा है
गली-गली की मस्तियों को  
डायरियों और तस्वीरों में 
जिसने घूंट-घूंट कर पिया है 
और  जीया है 
भंग की तरंग में 
लड़खड़ाती जुबान 
और कदमों की थिरकन को
काश!
यूँ समय के सिमटने के साथ 
हम कभी भूल न पाएं 
हिलना-मिलना 
और गले लगना 
तो कितना अच्छा हो।  
.
(होली का पर्व आप सबको सपरिवार शुभ और मंगलमय हो) 

-यशवन्त माथुर©
28032021

39 comments:

  1. यह काम हमें ही करना होगा यशवंत जी और करना चाहिए हर हाल में ।

    ReplyDelete
    Replies
    1. आपसे सहमत हूँ सर!!
      आपको सपरिवार होली की हार्दिक शुभकामनाएँ🙏

      Delete
  2. बहुत ही सारगर्भित, यथार्थपूर्ण अभिव्यक्ति ।आपको सपरिवार होली की हार्दिक शुभकामनाएं एवम बधाई ।

    ReplyDelete
    Replies
    1. सादर धन्यवाद!
      आपको भी सपरिवार होली की हार्दिक शुभकामनाएँ🙏

      Delete
  3. बहुत ही बढ़िया कहा । हार्दिक शुभकामनाएँ ।

    ReplyDelete
    Replies
    1. सादर धन्यवाद!
      आपको भी सपरिवार होली की हार्दिक शुभकामनाएँ🙏

      Delete
  4. जी नमस्ते ,
    आपकी इस प्रविष्टि् के लिंक की चर्चा कल सोमवार(२९-०३-२०२१) को 'एक दिन छुट्टी वाला'(चर्चा अंक-४०२०) पर भी होगी।

    आप भी सादर आमंत्रित है।
    --
    अनीता सैनी

    ReplyDelete
    Replies
    1. हार्दिक धन्यवाद!
      आपको भी सपरिवार होली की हार्दिक शुभकामनाएँ🙏

      Delete
  5. काश कि ऐसा हो तो कितना अच्छा हो...
    बहुत ही सुन्दर सार्थक लाजवाब सृजन।

    ReplyDelete
    Replies
    1. सादर धन्यवाद!
      होली की हार्दिक शुभकामनाएँ🙏

      Delete
  6. बहुत सुन्दर प्रस्तुति।
    रंगों के महापर्व होली की हार्दिक शुभकामनाएँ।

    ReplyDelete
    Replies
    1. धन्यवाद सर!
      आपको भी सपरिवार होली की हार्दिक शुभकामनाएँ🙏

      Delete
  7. Replies
    1. धन्यवाद!
      होली की हार्दिक शुभकामनाएँ🙏

      Delete
  8. मुग्ध करती रचना - - होली की शुभकामनाओं सह।

    ReplyDelete
    Replies
    1. धन्यवाद सर!
      आपको भी सपरिवार होली की हार्दिक शुभकामनाएँ🙏

      Delete
  9. होली की शुभकामनाएँ

    ReplyDelete
    Replies
    1. धन्यवाद प्रीति जी !
      आपको भी सपरिवार होली की हार्दिक शुभकामनाएँ🙏

      Delete
  10. बहुत सुंदर प्रस्तुति, होली की हार्दिक शुभकामनाएं

    ReplyDelete
  11. सार्थक रचना
    रंगों का त्यौहार होली की हार्दिक शुभकामनाएं टीम सुगना फाउंडेशन

    ReplyDelete
  12. बहुत ज़रूरी और सार्थक पोस्ट...

    होली की हार्दिक शुभकामनाएं 🌹🙏🌹

    ReplyDelete
  13. आदरणीय, बहुत सुंदर नए अर्थ तलाशती रचना। होली की हार्दिक शुभकामनाएँ!--ब्रजेंद्रनाथ

    ReplyDelete
  14. आमीन, जरूर पूरी होगी आपकी कामना और अगली होली पर फिर से होगा धूम धड़ाका, होली मिलन समारोह भी पहले की तरह, एक वायरस सदा के लिए तो मानव को बंदी नहीं बना सकता

    ReplyDelete
  15. बहुत ही विचारणीय आलेख, यशवंत भाई। पहल हम सभी को ही करनी होगी।

    ReplyDelete
  16. सार्थक सृजन - - साधुवाद सह।

    ReplyDelete
  17. खूबसूरत रचना

    ReplyDelete
  18. प्रशंसनीय प्रस्तुति

    ReplyDelete
  19. बहुत दिनों से आपने नया कुछ प्रकाशित नहीं किया, सब कुशल तो है न

    ReplyDelete
    Replies
    1. जी हाँ हम लोग सब कुशालता से हैं, उम्मीद है आप भी सपरिवार सकुशल होंगी। इंटरनेट कनेक्टिविटी कि समस्या है जिसकी वजह से अभी पोस्ट नहीं कर पा रहा हूँ।

      Delete
  20. आशा का संचार करती बहुत ही सुंदर रचना, यशवंत जी।

    ReplyDelete
+Get Now!