जरूरी नहीं
जो उनको सही लगे
सही वही हो
सही वह भी हो सकता है
जो सबकी नज़रों में
सही नहीं हो।
-यशवन्त माथुर ©
17062020
जो उनको सही लगे
सही वही हो
सही वह भी हो सकता है
जो सबकी नज़रों में
सही नहीं हो।
-यशवन्त माथुर ©
17062020
बहुत ही साधारण लिखने वाला एक बहुत ही साधारण इंसान जिसने 7 वर्ष की उम्र से ही लिखना शुरू कर दिया था। वाणिज्य में स्नातक। अच्छा संगीत सुनने का शौकीन। ब्लॉगिंग में वर्ष 2010 से सक्रिय। एक अग्रणी शैक्षिक प्रकाशन में बतौर हिन्दी प्रूफ रीडर 3 वर्ष का कार्य अनुभव।
No comments:
Post a Comment